आपकी आय ₹25,000 प्रतिमाह है और आप भी लोन लेने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि 25000 की सैलरी पर कितना लोन मिल सकता है
आपकी आय ₹25,000 प्रतिमाह है और आप भी लोन लेने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि 25000 की सैलरी पर कितना लोन मिल सकता है
जब भी कोई लोन लेने जाते हैं, तो बैंक सबसे पहले आपकी आय, संपत्ति और क्रेडिट स्कोर चेक करती है
जब भी कोई लोन लेने जाते हैं, तो बैंक सबसे पहले आपकी आय, संपत्ति और क्रेडिट स्कोर चेक करती है
इसी आधार पर वह आपको दिए जाने वाले लोन की लिमिट तय करती है. लोन अमाउंट आपकी आय के अनुपात में होता है
इसी आधार पर वह आपको दिए जाने वाले लोन की लिमिट तय करती है. लोन अमाउंट आपकी आय के अनुपात में होता है
शिक्षा, घर बनाने, कार खरीदने या निजी जरूरतों के लिए लोन की लिमिट अलग-अलग होती है.
सामन्यतः होम लोन की लिमिट किसी व्यक्ति की सैलरी के 60 गुणा तक होती है.
सामन्यतः होम लोन की लिमिट किसी व्यक्ति की सैलरी के 60 गुणा तक होती है.
इसका मतलब है कि अगर आप प्रतिमाह नेट सैलरी ₹25000 प्राप्त करते हैं, तो आप मोटेतौर पर 25000×60 = 15,00,000 होम लोन प्राप्त कर सकते हैं.
इसका मतलब है कि अगर आप प्रतिमाह नेट सैलरी ₹25000 प्राप्त करते हैं, तो आप मोटेतौर पर 25000×60 = 15,00,000 होम लोन प्राप्त कर सकते हैं.
सामान्यतः पर्सनल लोन सैलरी का 24 गुना तक मिल सकता है. अगर आपकी आय ₹25,000 प्रतिमाह है, तो आप 25,000×24 = 6,00,000 तक का पर्सनल लोन प्राप्त कर सकते हैं.
सामान्यतः पर्सनल लोन सैलरी का 24 गुना तक मिल सकता है. अगर आपकी आय ₹25,000 प्रतिमाह है, तो आप 25,000×24 = 6,00,000 तक का पर्सनल लोन प्राप्त कर सकते हैं.
इसके अलावा लोन के उद्देश्य, व्यक्ति की आयु, कार्य अनुभव आदि फैक्टर्स भी लोन अमाउंट की लिमिट तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
इसके अलावा लोन के उद्देश्य, व्यक्ति की आयु, कार्य अनुभव आदि फैक्टर्स भी लोन अमाउंट की लिमिट तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तथा आपके ऊपर पहले से कोई लोन नहीं है तो आराम से लोन मिल जाएगा
आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तथा आपके ऊपर पहले से कोई लोन नहीं है तो आराम से लोन मिल जाएगा
लोन देने से पहले बैंक आपकी सैलरी, आय, संपत्ति तथा क्रेडिट स्कोर चेक करती है. इसी आधार पर आपको दिया जाता है.
लोन देने से पहले बैंक आपकी सैलरी, आय, संपत्ति तथा क्रेडिट स्कोर चेक करती है. इसी आधार पर आपको दिया जाता है.