उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्री व एक्सपोर्ट बढ़ाने हेतु, कामधेनु डेयरी योजना चला रही है. इसमें रजिस्ट्रेशन करके आप भी दूध डेयरी व पशुपालन का व्यवसाय बड़े स्तर पर कर सकते हैं. योजना के अंतर्गत सरकार, बैंकों के माध्यम से कम ब्याज दरों पर 9 लाख रूपये तक का लोन देती है. इस लोन के साथ सरकार की तरफ से 2 लाख रूपये तक की अनुदान राशि भी दी जाती है –
उत्तर प्रदेश कामधेनु डेयरी योजना 2023
कामधेनु डेयरी योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक पशु डेरी लोन योजना है, जिसके तहत प्रदेश के युवाओं को डेयरी फार्म खोलने के लिए 9 लाख रूपये तक लोन उपलब्ध कराया जाता है. इस योजना के तहत मिलने वाले लोन पर बैंक अपेक्षाकृत कम ब्याज लेती है, साथ ही इस पर सरकार सब्सिडी भी देती है. इस योजना का संचालन उत्तर प्रदेश पशुपालन विभाग द्वारा किया जाता है.
योजना के मुख्य बिंदु –
- इस योजना का लाभ ऐसे पशुपालकों को ही मिलेगा, जिनके पास पहले से कम से कम 10 पशु हों और उनमें न्यूनतम 5 गाय/भैंस हो.
- अगर आप इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको न्यूनतम 10 पशुओं के लिए लगभग 1.5 लाख की निजी लागत से पशुशाला का निर्माण करना होगा.
- इसके बाद ही आप योजना के लिए पात्र माने जाएंगे.
- वर्तमान में इस योजना का संचालन उत्तर प्रदेश गोपालक योजना के नाम से भी किया जा रहा है. पाठकगण कामधेनु डेयरी योजना और गोपालक योजना में भ्रमित न हों, दोनों एक ही है.
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यूपी कामधेनु डेयरी योजना के उद्देश्य –
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में डेयरी उद्योगों को बढ़वा देना है.
- राज्य में बेरोजगार युवाओं को स्व-रोजगार उपलब्ध कराना.
- किसानों की आय बढ़ना.
- पशुपालकों को अपने पशुशाला/गौशाला के विस्तार करने में मदद करना.
- राज्य में बेरोजगारी दर को कम करना.
उत्तर प्रदेश कामधेनु डेयरी योजना के लाभ –
- इस योजना का सबसे बड़ा लाभ है कि इसमें आप डेयरी फॉर्म या गौशाला खोलने के लिए 9 लाख रुपये तक सब्सिडी आधारित लोन प्राप्त कर सकते हैं.
- इस योजना के तहत 10-20 गाय/भैंस खरीदने के लिए लोन दिया जाता है.
- लोन के साथ-साथ सरकार पशुपालकों को 2 लाख रूपये तक का अनुदान भी प्रदान करती है.
- इस योजना के तहत खरीदने जाने वाले दुधारू पशुओं का सरकार बीमा भी करवाती है, ताकि किसी कारणवश पशु की मृत्यु होने पर पशुपालकों को उचित क्लेम दिया जा सके.
- यह योजना राज्य के बेरोजगार युवाओं के लिए काफी फायदेमंद है. वह अपना डेयरी फार्म खोलकर स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं.
- किसान इस योजना के साथ जुड़कर अपनी आय बढ़ा सकते हैं.
- पशुपालन और कृषि का आपस में गहरा संबंध है, लेकिन कई छोटे किसान कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण पशुपालन के लिए पैसे नहीं जुटा पाते हैं. ऐसे लोगों के लिए ये योजना काफी लाभकारी है.
- यह योजना किसानों, पशुपालकों तथा बेरोजगार युवाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाएगी.
पात्रता एवं शर्तें –
- आवेदक उत्तर प्रदेश के स्थायी निवासी हों.
- परिवार वार्षिक आय 1 लाख या इससे कम हो.
- आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष हो.
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपके पास पहले से कम से कम 10 पशु होने चाहिए, जिनमें न्यूनतम 5 पशु दुधारू (गाय/भैंस) हों.
- पशुओं को रखने के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए.
- योजना के तहत पशु, पशुमेले से ही खरीदे जाने चाहिए. खरीदे गए सभी पशु स्वस्थ और दुधारू हों.
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आवश्यक दस्तावेज –
- वैलिड पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि)
- वैलिड आवासीय प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक अकाउंट पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाईल नंबर
आवेदन की प्रक्रिया –
कामधेनु डेयरी योजना उत्तर प्रदेश के लिए सरकार द्वारा अभी तक ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है, इसलिए आपको ऑफलाइन ही आवेदन करना होगा. आवेदन की पूरी प्रक्रिया नीचे क्रमवार तरीके से दी गई है :-
- सर्वप्रथम आपको अपने नजदीकी पशु चिकित्सा अधिकारी के पास जाना होगा.
- वहाँ आपको कामधेनु डेयरी योजना या यूपी गोपालक योजना के नाम से एक आवेदन फॉर्म मिलेगा.
- इस फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारियां सही-सही भरें तथा सभी जरूरी दस्तावेजों की फोटोकॉपी फॉर्म के साथ अटैच करें.
- अब इस फॉर्म को पशु चिकित्सा पदाधिकारी के पास ही जमा कर दें.
- इस तरह आपके आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
- अब संबंधित अधिकारी आपके आवेदन की जांच करेंगे.
- आवेदन में सबकुछ सही पाए जाने के बाद इसे आगे विभाग में भेज दिया जाएगा.
- इसके बाद सीडीओ अध्यक्ष, सीवीओ सचिव तथा नोडल अधिकारी द्वारा आपके आवेदन की जांच होगी.
- वहाँ से फॉर्म पास होने के बाद आप योजना के लिए चयनित कर लिए जाएंगे.
- कामधेनु डेयरी योजना के लिए चयनित होने के बाद आपकी जरूरत के हिसाब से बैंक द्वारा लोन दिया जाएगा. साथ ही अगले पांच वर्षों तक सरकार की तरफ से 20 हजार (5 पशु के लिए) या 40 हजार (10 पशु के लिए) अनुदान प्राप्त होगा. अनुदान राशि सीधे पशुपालक लाभार्थी के बैंक अकाउंट में भेज दी जाएगी.
अधिक जानकारी के लिए देखें – ऑफिसियल पोर्टल
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